टेस्ला की ये 25 बातें सुनकर दंग रह जाओगे | 25 Surprising Facts About Nikola Tesla in Hindi
1. टेस्ला की याद फोटोग्राफिक थी जो वह एक बार पढ़ लेते यह देख लेते वे उनके दिमाग में छप जाता था अगर वह किसी बुक को पढ़ते तो पूरी बुक वर्ल्ड फॉरवर्ड याद रख लेते थे.
2. टेस्ला कुछ भी सोचते थे या किसी ने इन्वेंशन का आइडिया यदि उनके दिमाग में आता तो वह उसे लिखने या ड्रॉ करने में अपना वक्त जाया नहीं करते थे. बल्कि सीधा उस आइडिया पर प्रयोग करना शुरू कर देते थे.
3. सर निकोला टेस्ला को 8 भाषाओं का ज्ञान था इंग्लिश फ्रेंच चेक सर्वो क्रोएशियन जर्मन हंगेरियन लेटिन और इटालियन सर निकोला टेस्ला इन सारी भाषाओं को बोल लेते थे.
4. टेस्ला को यदि कोई नया अविष्कार की आईडी आता तो उसे वह पूरी तरीके से अपने दिमाग में तैयार कर लेते थे. पूरी सटीकता के साथ वह उस इन्वेंशन को तैयार कर लेते थे.
यानी उसका आकार क्या होगा उसका मांस की लंबाई चौड़ाई क्या होगी सभी आयामों की तस्वीर उनके दिमाग में तैयार हो जाती थी. यहां तक कि इस प्रोजेक्ट में काम शुरू करने से पहले ही उसका अंतिम रूप भी तैयार हो जाता था इसे पिक्चर थिंकिंग कहा जाता है.
5. टेस्ला की मदर duka tasla पढ़ी-लिखी नहीं थी लेकिन वह गजब की कारीगर थी वह हाथों से घरेलू सामान और मशीन बनाने में माहिर थी वह धागों से हर तरह के कलाकारी कर लेनी थी. टेस्ला अपनी फोटोग्राफी मेमोरी और क्रिएटिविटीज एबिलिटी का क्रेडिट अपनी मां को देते थे और कहते थे यह प्रतिमा उन्हें विरासत में मिली है.
6. स्कूल के दिनों में टेस्ला अपने दिमाग में ही मैथ की मुश्किल से मुश्किल कैलकुलेशन करने में माहिर थे. वह दिमाग में भी एंटीगुल्लर कर लेते थे उनके टीचर्स को लगता था कि टेस्ला चीटिंग करते हैं.
7. 1 दिन टेस्ला जब अपने लाइफ में काम कर रहे थे तो उनके रिसीवर में उन्होंने कुछ अस्वीकार सिग्नल को देखा इसको लेकर टेस्ला का अनुमान था. यह सिग्नल किसी दूसरे प्लेनेट से आए थे और उनका किसी दूसरे ग्रह से संपर्क जुड़ा हुआ था इस बात का जिक्र 1899 रिपोर्टर को लिखे अपने लेटर में भी किया था.
8. 1934 में टेस्ला रिपोर्टर्स को बताया कि उन्होंने ऐसा महान हथियार डिवेलप किया है जो सभी युद्ध को खत्म कर देगा जिसे death ray कहा गया. टेस्ला ने बताया कि यह एक रक्षात्मक हथियार है इसे देश के बॉर्डर पर लगाया जा सकता है और उनकी सेना और एयरक्राफ्ट को देश में घुसने से पहले ही मार गिराया जा सकता है. टेस्ला ने अपने जिंदगी के दौरान इस बारे में कभी नहीं बताया कि यह सुपर वेपन कैसे काम करेगा.
9. टेस्ला ने आजीवन शादी नहीं की टेस्ला कहते थे उनका ब्राह्मण चार्य जीवन उनकी तकनीकी मामलों में सहायता जनक रहा है बाद के सालों में टैक्स ने एक रिपोर्टर से बात करते हुए यह कहा था कि कि वह कहीं बारिया ऐसा महसूस करते हैं कि शादी ना करके उन्होंने साइंस के लिए एक कुर्बानी दी है.
10. टकला का जन्म एक सरबिया के एक धार्मिक परिवार में हुआ था. उनके पिता एक पादरी थे और वह चाहते थे कि टेस्ला भी एक पादरी बने मगर टेस्ला को इसमें दिलचस्पी नहीं थी.
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11. 17 की उम्र में टेस्ला को हैजा हो गया कई बार ऐसा हुआ कि वह मरते मरते बचे 8 से 9 महीने के लिए वह सिर्फ बिस्तर पर ही पड़े रहे. टेस्ला के फादर जो कि उन्हें पादरी बनाना चाहते थे.
निराशा के पलों में उन्होंने टेस्ला से वादा किया कि वह इस बीमारी से निजात पाते हैं तो वे उन्हें एक बेस्ट इंजीनियरिंग स्कूल में भेजेंगे टेस्ला स्वस्थ हुए और उनके पिता ने वह वादा पूरा किया.
12. बचपन में टेस्ला को उनके बीच की घटनाओं के दृश्य बार-बार उनके आंखों के सामने आते थे मतलब बीच की घटना फिल्म की तरह उनके दिमाग में चलती थी.
13, जब दुनिया संचार के बारे में ज्यादा सोच भी नहीं रही थी उस समय टेस्ला वायरलेस कम्युनिकेशन की बात कर रहे थे. वह अपने टाइम से बेहद आ गए थे वायरलेस टेक्नोलॉजी से जुड़ी उनकी डिस्कवरी के वजह से ही आज स्मार्टफोन का वजूद पॉसिबल हो पाया है.
14. 1896 मैं एक पब्लिक इवेंट में टेस्ला की मुलाकात स्वामी विवेकानंद से हुई 13 फरवरी 1896 को अपने किसी दोस्त को लिखे एक लेटर मैं स्वामी विवेकानंद ने इस बात का जिक्र किया था. दोनों की इस टॉपिक पर बात हुई थी कि कैसे टेस्ला के एनर्जी को लेकर आईडियाज वेदांती कॉस्मोलॉजी से मिलते हैं.
15. टेस्ला ने एक रेडियो कंट्रोल नाव बनाई थी जो रिमोट से चलती थी रेडियो कंट्रोल सिस्टम में रेडियो द्वारा मे ट्रांसलेट किए गए. सिग्नल से डिवाइस को रिमोट कंट्रोल किया जाता था.
टेस्ला यह आइडिया अपने यूएस मिलिट्री को बेचना चाहते थे कि वह इसका इस्तेमाल युद्ध में एक रिमोट कंट्रोल रेडियो के रूप में कर सकते हैं लेकिन यूएस मिलिट्री ने इसमें अपनी कोई रुचि नहीं दिखाई पहले विश्व युद्ध तक रिमोट कंट्रोल के बारे में लोग ज्यादा नहीं जानते थे और पहले विश्व युद्ध के बाद तब इसके बारे में जानकारी बड़ी.
जब कई देशों ने अपने मिलिट्री प्रोग्राम में इसका इस्तेमाल करना शुरू किया. सन 1898 मैं न्यूयॉर्क में हुए एक इलेक्ट्रॉनिक एग्जीबिशन के दौरान टेस्ला पहली बार रिमोट से चलने वाली इस नाव को लोगों के सामने लेकर आए. जब वहां मौजूद भीड़ ने उसे देखा तो किसी को भी यकीन नहीं हुआ और लोग कहने लगे यह कोई मैजिक है या फिर टेस्ट लाने किसी ट्रेंड मंकी को नाव में बिठा रखा है.
16. अपने स्वास्थ्य के लिए टेस्ला हर रोज 13 से 16 किलोमीटर पैदल चलते थे.
17. टेस्ला को कबूतरों से एक काफी गहरा लगाव था वह हर रोज उसे दाना डालते थे. टेस्ला अपने होटल के कमरे की खिड़की से भी कबूतरों को खिलाते थे वह कहते थे कि एक सफेद मादा कबूतर से बेहद प्रेम था वैसे ही जैसे कोई अपनी प्रेमिका से प्यार करता है.
18. टेस्ला अपनी जिंदगी के अंतिम सालों में शाकाहारी बन चुके थे उन दिनों में सिर्फ मिल्क ब्रेड हनी और वेजिटेबल जूस ही लेते थे.
19. 1884 में थॉमस एडिसन की कंपनी में काम किया एडिसन ने टेस्ला को ऑफर किया कि यदि वे उसकी इन्वेंशन जेनरेटिंग डायनेमो को मॉडिफाई करता है तो वैसे $50000 देगा उसी जमाने में यह बड़ी रकम थी टेस्ट 9 दिन के 16-16 घंटे काम किया और एडिशन को एक बेहतर वर्जन बना कर दिया बाद में टेस्टला ने एडिशन की कंपनी छोड़ दी और खुद की कंपनी को stablished किया.
टेस्ला ने एडिशन की कंपनी को क्यों छोड़ा था इसकी वजह साफ नहीं हो पाई लेकिन एक कहानी कहती है की एडिक्शन ने जो टेस्ला को 50,000 डॉलर देने का वादा किया था पैसा कितने मेहनत करने के बावजूद हुआ है उन्हें नहीं दिए गए और और एडिशन ने टेस्ला को यह कहकर पैसे देने से इंकार कर दिया तुम हम अमेरिकन मजाक को भी नहीं समझते.
20. आज हम अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में जिस बिजली का उपयोग करते हैं उसका क्रेडिट टेस्ला को ही जाता है. टेस्ट लेने अल्टरनेटिंग करंट को दुनिया के सामने रखा एडिक्शन डायरेक्ट करंट को बेहतर मानते थे जबकि टेस्ला अल्टरनेटिंग करंट स्कोर डायरेक्ट करंट बिजली की उस धारा को कहते हैं जो एक ही दिशा में बहती है.
डायरेक्ट बिजली एक मोटर और बल्ब को जलाने के लिए काफी था लेकिन इससे लंबी दूरी तक बिजली ट्रांसपोर्ट करना संभव नहीं था जबकि ऐसी सिस्टम में बिजली हमेशा अपनी धारा लगातार बदलती रहती है.
एसी सिस्टम से दूर-दूर तक बिजली आसानी से पहुंचाई जा सकती थी. टेस्ला थॉमस एडिसन के गलतियों को दुनिया के सामने लेकर आए दोनों मैं इसको लेकर काफी विवाद हुआ था. जिन्हें इतिहास में वार ऑफ करंट के नाम से जाना जाता है आज दुनिया में एसी करंट सिस्टम से ही बिजली घर में प्रोवाइड की जाती है.
इंडियन साइंटिस्ट और उनके आविष्कार
21. हर साल फैसला के नाम पर निकोला टेस्ला पुरस्कार दिया जाता है यह पुरस्कार उन्हें इन्वेंटर्स को दिया जाता है. जो इलेक्ट्रिक पावर की जनरेट और न्यूट्रलाइजेशन में मेजर कंट्रीब्यूशन करते हैं.
22. यह माना जाता है कि टेस्ला के द्वारा 300 अलग-अलग अविष्कार किए गए थे या उन अविष्कारों में टेस्ला का योगदान था. इस बात पर बहस होती रही है किन में से कितने टोटल पेटर्न्स टेस्ला के नाम दर्ज है. दुनिया भर के 26 देशों से कम से कम 278 पेटर्न्स के नाम जारी किए गए हैं.
23. हैरानी होती है इतने महान इन्वेंटर होने के बावजूद टेस्ला नोबेल पुरस्कार नहीं पाए.
24. 7 जनवरी 1943 को न्यूयॉर्कर होटल के रूम नंबर 3327 में टेस्ला मृत पाए गए अपने अंतिम दिनों में लोगों से मिलना बिल्कुल बंद कर रखा था. उन्होंने अपने दरवाजे पर डू नॉट डिस्टर्ब का साइन लगा रखा था.
टेस्ला की मृत्यु खबर होटल की एक मेड को हुई उसने टेस्ला के रूम पर लगे डू नॉट डिस्टर्ब को इग्नोर किया और सीधे कमरे में चली गई. जहां उसे वहां उसे टेस्ला की मृत बॉडी मिली टेस्ला की बॉडी की जांच करने के बाद यह पता चला कि उनकी मृत्यु coronary thrombosis से हुई थी.
25. सर निकोला एक महान साइंटिस्ट थे उनमें वैज्ञानिक प्रतिभा कूट-कूट के भरी थी लेकिन चुपचाप रहने वाले इस व्यक्ति में सामाजिक और व्यवहारिक कुशलता नहीं थी इसलिए वह कभी एडिशन जैसे इतने फेमस नहीं हो पाए टेस्ला ने कही महान खोजें की लेकिन कभी उन्हें उनके काम का पूरा करंट नहीं मिला.
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